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बॉण्ड क्या होते हैं?कितने प्रकार?कैसे करे निवेश?[2022] | Bond Meaning in Hindi

बॉण्ड क्या होते हैं?कितने प्रकार?कैसे करे निवेश?[2022] | Bond Meaning in Hindi

अगर आप शेयर मार्केट मे निवेश नहीं करना चाहते,क्योंकि उसमे ज्यादा उतार चढ़ाव होते है,और एफडी में भी निवेश नहीं करना चाहते क्योंकि उसमे ब्याज दरे बहुत कम है तो बॉन्ड आपके लिए अच्छा विकल्प हो सकता है।

बॉन्ड में आमतौर पर शेयर मार्केट से कम लेकिन एफडी से ज्यादा रिटर्न मिलता है। बॉन्ड क्या है?(Bond Meaning in Hindi) बॉन्ड कैसे काम करते है? बॉन्ड कितने प्रकार के होते है? इसके बारे में बहुत से लोगो को जानकारी नहीं होती।इसलिए वें बॉन्ड में निवेश नहीं कर पाते।बॉन्ड भारत में निवेश के कई विकल्पों में से एक है जिसमें निवेशक अपनी कमाई बहुत ही कम रिस्क के साथ निवेश करके अच्छा रिटर्न पा सकते हैं।

Table of Contents

बॉन्ड क्या होते हैं? | Bond Meaning in Hindi

बांड निवेश प्रतिभूतियां(इन्वेस्टमेंट सिक्योरिटीज) हैं जहां एक निवेशक नियमित ब्याज भुगतान के बदले में एक निश्चित अवधि के लिए किसी कंपनी या सरकार को पैसा उधार देता है।

बॉण्ड को हिंदी में ऋणपत्र या प्रतिभूति कहा जाता है।

बांड एक प्रकार की सुरक्षा है जिसके तहत जारीकर्ता (देनदार) धारक को एक ऋण देता है। और शर्तों के आधार पर धारक बाध्य होता है कि बॉन्ड परिपक्व होने पर बॉन्ड के मूलधन (यानी उधार ली गई राशि) को निवेशकों को वापस करे और साथी ही में समय समय पर उन्हें ब्याज प्रदान करे।

कंपनी को बैंक के बजाय उसके बांड खरीदने वाले निवेशकों से पैसा मिलता है। पूंजी के बदले में, कंपनी एक ब्याज कूपन का भुगतान करती है।जो कि अंकित मूल्य(face value) के प्रतिशत के रूप में बॉन्ड पर भुगतान की जाने वाली वार्षिक ब्याज दर होती है।

कंपनी पूर्व निर्धारित अंतराल पर ब्याज का भुगतान करती है।एक बार जब बॉन्ड परिपक्वता तक पहुंच जाता है, तो बॉन्ड जारीकर्ता निवेशक का पैसा वापस कर देता है।

निश्चित आय एक शब्द है जिसका उपयोग अक्सर बांड का वर्णन करने के लिए किया जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि आपका निवेश बॉन्ड के कार्यकाल पर निश्चित भुगतान देता है।

हमने बॉन्ड क्या होते है(What is Bond in Hindi) ये तो जान लिया। आइए अब जानते है बॉन्ड कैसे काम करते है।

बॉन्ड कैसे काम करते है? | How Bonds Works in Hindi

जिस तारीख को बॉन्ड निवेशकों को पहली बार बेचा जाता है उसे बॉन्ड जारी करने की तारीख कहा जाता है। जिस तारीख को इसका मूलधन देय होता है उसे परिपक्वता तिथि कहा जाता है। बॉन्ड जारी किए जाते हैं और फिर वे कुछ समय बाद परिपक्व होते हैं। इन दो तिथियों के बीच, जारीकर्ता निवेशक को नियमित रूप से ब्याज भुगतान करता है। जिसे कूपन कहा जाता है।

बॉन्ड के ब्याज को कूपन कहा जाता है क्योंकि इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग होने से पहले के दौर में, निवेशकों को बांड खरीदने पर कागजी प्रमाण पत्र दिए जाते थे।और हर प्रमाणपत्र से जुड़े ब्याज भुगतान के लिए कूपन होते थे।
संस्था, कंपनियां और सरकारें आमतौर पर बांड जारी करती हैं। जब उन्हें योजनाओं को पैसा लगाने के लिए या अन्य कारणों से पैसे की आवश्यकता होती है तब।

किसी भी बॉन्डधारक को पूरे बॉन्ड के जीवनकाल के लिए बॉन्ड नहीं रखना पड़ता है। बॉन्डधारक उनकी परिपक्वता तिथि तक पहुंचने से पहले द्वितीयक बाजार(सेकंडरी मार्केट) में बॉन्ड को बेच सकता है।

बॉन्ड के कितने प्रकार होते है? | Types of Bond in Hindi

गवर्नमेंट बॉन्ड | Government Bonds meaning in Hindi

सरकारी बॉन्ड भारत के केंद्र या राज्य सरकार द्वारा जारी किया जाता है। सरकार इस बॉन्ड को तब जारी करती है जब देश के विकास के लिए पैसे की आवश्यकता होती है। सरकारी बॉन्ड सरकार और निवेशक के बीच एक कॉन्ट्रैक्ट होता है जिसमें बॉन्ड पर पूर्व निर्धारित ब्याज दिया जाता है।

सरकारी बॉन्ड सरकारी प्रतिभूतियों (Government Securities) की श्रृंखला के अंतर्गत आते हैं। सरकारी बॉन्ड मुख्य रूप से 5 साल से 40 साल तक की अवधि के निवेश की पेशकश करते हैं। जो बॉन्ड राज्य सरकार द्वारा जारी किए जाते है उस बॉन्ड को राज्य विकास ऋण के रूप में भी जाना जाता है। गवर्नमेंट बॉन्ड निवेश के सबसे सुरक्षित प्रकारों में से एक हैं।

कॉरपोरेट बॉन्ड | Corporate Bonds meaning in Hindi

जब कोई कंपनी एक निश्चित समय के लिए निवेशकों से पैसा उधार लेती है और उन्हें पूरे कार्यकाल के लिए एक पूर्व निर्धारित किया हुआ ब्याज दर प्रदान करती है, और कार्यकाल पूरा होने के बाद ली हुई राशि और ब्याज प्रदान करती है तो इसे कॉर्पोरेट बॉन्ड के रूप में जाना जाता है।

मान लीजिए एक कंपनी है जिसको अपने बिजनेस का विस्तार करने के लिए या कुछ अन्य कारणों से पैसे की जरूरत पड़ती है।तो उस कंपनी के पास तीन विकल्प होते है। या तो कंपनी किसी बैंक से कर्ज लेके पैसे जुटाए या फिर इक्विटी से या फिर बॉन्ड जारी करके। ज्यादा ब्याज दरों के कारण कंपनी बैंक से कर्ज नहीं लेती।

और अगर इक्विटी से पैसे जुटाए तो कंपनी में निवेशकों को हिस्सेदारी देनी पड़ती है। इसलिए कंपनी बॉन्ड जारी करके पैसे जुटाती है। कंपनी निवेशकों से एक कार्यकाल के लिए पूर्व निर्धारित ब्याज दर के बदले में अपनी कंपनी में पैसा लगाने के लिए कहती है। कार्यकाल पूरा होने के बाद, निवेशकों को पूर्व निर्धारित ब्याज दर के साथ बॉन्ड का अंकित मूल्य दिया जाता।

जीरो कुपोन | Zero Coupon Bonds meaning in Hindi

कूपन का मतलब ब्याज है जो बॉन्ड जारीकर्ता बॉन्डधारक को भुगतान करता है। कूपन भुगतान समय-समय पर बॉन्ड के जारी होने के समय से उसकी परिपक्वता तक होता है।

जीरो कूपन बॉन्ड ऐसे बॉन्ड हैं जो अपने के कार्यकाल के दौरान ब्याज का भुगतान नहीं करते हैं। निवेशक बॉन्ड के अंकित मूल्य(फेस वैल्यू) से गहरी छूट पर शून्य कूपन बांड खरीदते हैं। इसे डिस्काउंट बॉन्ड के रूप में भी जाना जाता है। परिपक्वता पर, बॉन्ड जारीकर्ता बॉन्डधारक को बॉन्ड के अंकित मूल्य का भुगतान करता है। आसान भाषा में कहें तो एक निवेशक को बॉन्ड की निवेश मूल्य और उसके अंकित मूल्य के बीच के अंतर से लाभ होता है।

जीरो कूपन बॉन्ड लॉन्ग टर्म डेट इंस्ट्रूमेंट हैं। इसलिए जो निवेशक अपनी निवृत्ति की योजना बनाना चाहते हैं वे उनमें निवेश कर सकते हैं।

सोवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) | Sovereign Gold Bonds meaning in Hindi

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किए जाते हैं। एक व्यक्ति कम से कम 1 ग्राम निवेश कर सकता है और उच्चतम एक व्यक्ति 4 किलोग्राम निवेश कर सकता है। जो लोग सोने में निवेश करना चाहते हैं लेकिन अपने पास भौतिक रूप में सोना नहीं रखना चाहते हैं उनके लिए ये एक अच्छा विकल्प हो सकता है। भारत सरकार ने नवंबर 2015 में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) योजना शुरू की।

ट्रस्ट और इसी तरह के अन्य संस्थानों के मामले में यह अधिकतम सीमा 20 किलो प्रति वर्ष है। SGB ​​को शुरुवात में इश्यू करने के 10-15 दिनों के बाद स्टॉक एक्सचेंज में उपलब्ध कराया जाता है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड 8 साल की परिपक्वता अवधि के साथ आते है। हालाकि आप 5 साल के बाद से ही उसे बेच सकते है।

SGB की वर्तमान ब्याज दर 2.50% प्रति वर्ष है। इसका भुगतान वर्ष में दो बार किया जाता है। रिटर्न आमतौर पर सोने के मौजूदा बाजार मूल्य से जुड़ा होता है।

कन्वर्टिबल बॉन्ड | Convertible Bonds meaning in Hindi

कन्वर्टिबल बॉन्ड एक प्रकार का हाइब्रिड बांड है जो अपने बॉन्डधारकों को डेट और इक्विटी की दोहरी विशेषताएं प्रदान करता है। यह निवेशकों को अपने बॉन्ड को शेयर की पूर्व निर्धारित संख्या में बदलने और कंपनी का शेयरधारक बनने की अनुमति देता है। एक शेयरधारक को मिलने वाले सभी लाभ हम उसके बाद प्राप्त कर सकते है।

इनफ्लैशन (मुद्रास्फीति)से जुड़े बॉन्ड | Inflation Linked Bonds meaning in Hindi

यह बांड मुद्रास्फीति(Inflation) से सुरक्षा प्रदान करता है और इसे निवेश के मुद्रास्फीति जोखिम को कम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह आम तौर पर सरकार द्वारा जारी किया जाता है।

मुद्रास्फीति से जुड़े बॉन्ड में मूलधन और ब्याज दरें मुद्रास्फीति की दर के साथ बढ़ती और गिरती हैं।

आरबीआई बॉन्ड | RBI Bonds(Floating Rate Savings Bond) meaning in Hindi

आरबीआई द्वारा जारी फ्लोटिंग रेट सेविंग बॉन्ड 2020 (FRSB) को RBI टैक्सेबल बॉन्ड के रूप में भी जाना जाता है। इस बॉन्ड की अवधि 7 वर्ष होती है। योजना की अवधि के दौरान ब्याज दर बदलती रहती है। इस बॉन्ड में निवेश की शुरुआत आप कम से कम 1000 रू. की राशि से कर सकते है. इसमें निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं होती है।

ब्याज दर हर छह महीने में बदल जाती है। ब्याज दर का भुगतान हर छह महीने में किया जाता है।

बॉन्ड में निवेश कैसे करे? | How to Invest in Bonds in Hindi

बॉन्ड में निवेश करना अब पहले से काफी आसान हुआ है।

  • आरबीआई रिटेल डायरेक्ट

अगर आपको कोई भी गवर्नमेंट बॉन्ड में निवेश करना है आप डायरेक्ट आरबीआई की मदद से कर सकते है।

हाल ही में आरबीआई ने RBI Retail Direct नाम से एक वेबसाइट शुरू की है। यह से आप कोई भी गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में निवेश कर सकते है।

  • ऑनलाइन प्लेटफॉर्म

आप ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से भी बॉन्ड में निवेश कर सकते है। में आपको कुछ वेबसाइट के नाम बताता हुआ जहां से आप ये काम कर सकते हो।

इन वेबसाइट की मदद से बॉन्ड खरीदने के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट का होना जरूरी है। बॉन्ड खरीदने बाद वो आपके डीमैट अकाउंट में भेज दिए जाते है।

https://goldenpi.com/

https://www.bondsindia.com/

https://www.thefixedincome.com/

  • मच्युल फंड

आप ऐसे मच्यूल फंड मे निवेश कर सकत हो जो बॉन्ड में पैसे लगते हो।

  • ब्रोकर

आप अपने स्टॉक ब्रोकर की मदद से भी बॉन्ड खरीद सकते है। अपस्टॉक्स, ज़ीराेधा यहां से आप बॉन्ड खरीद सकते है।

  • बैंक्स

आप किसी भी बैंक जैसे कि एसबीआई,आईसीआईसीआई,एचडीएफसी की मदद से बॉन्ड खरीद सकते है।

FAQ – बॉण्ड क्या होते हैं?कितने प्रकार?कैसे करे निवेश?[2022] | Bond Meaning in Hindi

बॉण्ड क्या होते हैं? | Bond Meaning in Hindi

बांड निवेश प्रतिभूतियां(इन्वेस्टमेंट सिक्योरिटीज) हैं जहां एक निवेशक नियमित ब्याज भुगतान के बदले में एक निश्चित अवधि के लिए किसी कंपनी या सरकार को पैसा उधार देता है।बॉण्ड को हिंदी में ऋणपत्र या प्रतिभूति कहा जाता है।

बॉन्ड के कितने प्रकार होते है? | Types of Bond in Hindi

बॉन्ड के 7 प्रकार होते है।गवर्नमेंट बॉन्ड,कॉरपोरेट,जीरो कुपॉन, सोवेरेन गोल्ड बॉन्ड,कन्वर्टिबल, इनफ्लेशन लिंक्ड,आरबीआई बॉन्ड ।

शेयर और बॉन्ड में क्या फर्क होता है? | Difference Between Share and Bond in Hindi

शेयर उन कंपनी द्वारा जारी किए जाते हैं जो स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होते हैं और शेयर की कीमत हर दिन बदलती रहती होती है।शेयर मतलब कंपनी में हिस्सेदारी होती।इसके विपरित बांड प्रभावी रूप से ऋण होते हैं जहां निवेशक लेनदार होता है।

बॉन्ड में निवेश कैसे करे? | How to Invest in Bond in Hindi

आरबीआई रिटेल डायरेक्ट, मट्यूल फंड,ऑनलाइन प्लेटफॉर्म,ब्रोकर,बैंक्स इनकी मदद से आप बॉन्ड में निवेश कर सकते है।

कूपोन रेट क्या होता है | Coupon Rate Meaning in Hindi

ब्याज दर (इंटरेस्ट रेट) को ही कूपोन रेट कहा जाता है।

बॉन्ड कौन जारी कर सकता है? | Who can Issue Bonds in Hindi

आमतौर पर सरकार,या कोई कंपनी बॉन्ड जारी कर सकती है।

ऑयल बॉन्ड क्या होते है? | Oil Bonds Meaning in Hindi

कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों से उपभोक्ताओं को बचाने के लिए तेल मार्केटिंग कंपनियों (OMCs) को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए सरकार द्वारा जारी किए बॉन्ड को ऑयल बॉन्ड कहते है।

निष्कर्ष – बॉण्ड क्या होते हैं?कितने प्रकार?कैसे करे निवेश?[2022] | Bond Meaning in Hindi

आशा करता हूं कि आपको बॉन्ड क्या होते है?(Bond Meaning in Hindi) इसके बारे ये यह लेख पसंद आया होगा।

अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी होती दोस्तों के साथ,सोशल मीडिया पर यह जरूर शेयर कीजिए।

अगर आपके कुछ सवाल है तो आप नीचे कॉमेंट में पूछ सकते है। धन्यवाद!

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